शामली /2013 दंगो के बाद एक बार फिर से रालोद ने अपना खोया अस्तित्व तलाशना सुरु कर दिया है..2019 लोकसभा चुनाव से पहले रालोद मुखिया एक बार फिर से हिन्दू मुस्लिम सदभावना रैली को ढाल बनाकर अपना खोया किला पाना चाहते है…जिसकी शुरुआत आज अजीत सिंह ने शामली के जे जे फार्म में रैली निकालकर कर दी है..आज अजीत सिंह ने कार्येकर्तओ को साथ लेकर बाईक रैली निकाली…और हिन्दू मुस्लिम भाई चारे का संदेश दिया…दरअसल अजीत सिंह हिन्दू मुस्लिम को एक साथ मिलाकर सियाशी गणित बनाना चाहते है..ताकि एक बार फिर से पश्चिम में खोई ताकत रालोद को वपास मिल सके .. इसी कडी में आज सदभावना रैली का आयोजन किया गया…जिसमे रालोद अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह शिरकत करने पहुचे थे..रैली में हजारो की संख्या में हिन्दू मुस्लिम समाज के लोग और रालोद पार्टी के पदाधिकारी भी मौजूद रहे..रैली की अध्यक्षता करते हुए चौधरी अजीत सिंह ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है..अजीत सिंह ने 2013 मे हुए दंगो के बाद आपसी भाईचारे मे जो खटास पैदा हुई है..उसी को दूर करने के लिए शामली कि सरजमी पर पहुंचे..और शामली कि जनता से साम्प्रदायिक सौहार्द कायम करने की अपील की…सद्भावना रैली के माध्यम से चौधरी अजीत सिंह ने हिन्दू – मुस्लिम एकता का संदेश दिया…अजीत सिंह का कहना है 2013 के दंगों को सबसे ज्यादा फायदा बीजेपी सरकार हुआ है..बीजेपी ने हिन्दू मुस्लिम को आपस में लड़ाकर प्रदेश में सरकार बनाई..लेकिन अब आने वाले चुनाव मे ऐसा नही होगा.. सभी भाइयों से अनुरोध है कि हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल कायम करे…
रिपोर्ट – सचिन शर्मा