ब्यूरो रिपोर्ट
वाराणसी/नोटबंदी को आज 3 साल पूरे हुए हैं। मोदी सरकार इसे जहां अपनी उपलब्धि बताती आयी है वहीँ विपक्ष हर साल इसके लिए विरोध का स्वर उठाता है। इसी क्रम में आज सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय से NSUI ( राष्ट्रीय छात्र संगठन) के बैनर तले केंद्र सरकार की एक प्रतिकर्मक शव यात्रा निकाली गयी, जिसे मौके पर पहुंची पुलिस ने रोका और युवा कांग्रेसियों से उक्त प्रतीकात्मक शव को छीन लिया। इसके बाद एनएसयूआई और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वहीँ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। फिलहाल मौके पर पुलिस बल तैनात है।
अयोध्या फैसले को लेकर पूरे देश में हाई अलर्ट है। किसी भी प्रकार के जुलूस निकालने और नारेबाजी करने पर भी प्रतिबन्ध है उसके बाद युवा कांग्रेसियों और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय से नोटबांडी की तीसरी बरसी पर एक प्रतीकात्मक शव यात्रा निकाली। इस सम्बन्ध में बात करते हुए एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष रंजीत कुमार तिवारी ने बताया कि तीन साल पहले जो नोटबंदी हुई थी वह देश का काला इतिहास है।
रंजीत कुमार तिवारी ने बताया कि यह नॉट बंदी देश की आर्थिक व्यवस्था को ऐसे दीमक की तरह खा गयी है जिससे बेरोज़गारी और महंगाई चरम पर है। वहीं महानगर कांग्रेस कमेटी के महासचिव मनीष चौबे ने बताया कि नोटबांडी ने देश को गर्त में धकेल दिया है। आज हम जब उसका विरोध कर रहे हैं तो हमारे साथ पुलिस ने बदसलूकी की और हमसे प्रतीकात्मक शव छीन लिया।